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UPSC Syllabus in Hindi
UPSC Syllabus in Hindi: यूपीएससी सिलेबस (पाठ्यक्रम) हर साल संघ लोक सेवा आयोग द्वारा यूपीएससी अधिसूचना पीडीएफ के साथ जारी किया जाता है जो यूपीएससी सीएसई (CSE) 2023 परीक्षा के लिए 1 फरवरी 2023 को जारी किया जाएगा। यूपीएससी पाठ्यक्रम, यूपीएससी सीएसई परीक्षा के कवरेज क्षेत्र और विषयों को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक व्यापक दस्तावेज है। UPSC CSE के विस्तृत पाठ्यक्रम की सहायता से, उम्मीदवार आसानी से समझ सकते हैं कि कौन से विषय पर कितना समय और ध्यान देना हैं और साथ ही साथ कौन से समाचार लेख, सूचना और करंट अफेयर्स पढ़ने के लिए आवश्यक हैं। विस्तृत यूपीएससी पाठ्यक्रम के लिए पूरा लेख पढ़ें।
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यूपीएससी पाठ्यक्रम 2023
यूपीएससी पाठ्यक्रम, यूपीएससी के आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाता है। यह पाठ्यक्रम संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आधिकारिक अधिसूचना है। प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए IAS पाठ्यक्रम को दो भागों में विभाजित किया गया है। UPSC परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को अपनी तैयारी शुरू करने से पहले UPSC सिलेबस के बारे में अच्छी तरह से पता होना चाहिए।
UPSC का सिलेबस जटिल है, इसलिए इसे आसानी से पूरा करना मुश्किल है। हालांकि, यही कारण है कि यूपीएससी इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा है। इच्छुक छात्रों को यह सुनिश्चित करने के लिए पाठ्यक्रम का विश्लेषण करने की आवश्यकता है कि वे अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं या नहीं।
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प्रारंभिक परीक्षा के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम को दो पेपरों में विभाजित किया गया है, यानी सामान्य अध्ययन पेपर 1 और सामान्य अध्ययन पेपर 2। यूपीएससी सीएसई 2023 प्रारंभिक परीक्षा 28 मई 2023 को आयोजित की जाएगी। विस्तृत प्रारंभिक यूपीएससी पाठ्यक्रम के लिए, नीचे दी गई तालिका देखें।
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यूपीएससी पाठ्यक्रम सामान्य अध्ययन 1 (GS-1)
UPSC CSE प्रीलिम्स सिलेबस के सामान्य अध्ययन 1 में मुख्य रूप से इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और पारिस्थितिकी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामान्य विज्ञान और करंट अफेयर्स आधारित कार्यक्रम शामिल हैं। यूपीएससी सामान्य अध्ययन प्रारंभिक पेपर 1 पाठ्यक्रम को निम्नलिखित व्यापक श्रेणियों में वर्गीकृत करता है:
सामान्य अध्ययन 1 पाठ्यक्रम | ||
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं। | अधिकतम अंक:200 अंक अवधि:दो घंटे | |
भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन। | ||
भारतीय और विश्व भूगोल- भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल। | ||
भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि। | ||
आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि। | ||
पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है। | ||
सामान्य विज्ञान |
सीएसएटी यूपीएससी पाठ्यक्रम (GS-2)
UPSC CSE के सामान्य अध्ययन 2 को CSAT (सिविल सेवा योग्यता परीक्षा) पेपर के रूप में भी जाना जाता है। यह पेपर पहली बार 2011 में प्रत्येक उम्मीदवार के लिए अनिवार्य योग्यता पत्र के रूप में पेश किया गया था। उम्मीदवार की योग्यता, विश्लेषणात्मक कौशल और तर्क क्षमता का आकलन करने के लिए यह UPSC CSE प्रारंभिक परीक्षा का एक हिस्सा बनाया गया था। इस पेपर के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए, प्रत्येक उम्मीदवार के लिए न्यूनतम 33% (66 अंक) आवश्यक हैं।
UPSC CSAT सिलेबस को निम्नलिखित व्यापक श्रेणियों में वर्गीकृत करता है जो की नीचे तालिका में दिए गए है :
सामान्य अध्ययन 2 (CSAT) पाठ्यक्रम | ||
बोधगम्यता | अधिकतम अंक:200 अंक अवधि:दो घंटे | |
संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल | ||
तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता | ||
निर्णय लेना और समस्या-समाधान | ||
सामान्य मानसिक क्षमता | ||
बुनियादी संख्यात्मकता (संख्याएं और उनके संबंध, परिमाण के क्रम, आदि) (कक्षा X स्तर), डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, डेटा पर्याप्तता आदि। – कक्षा X स्तर) |
यूपीएससी सिलेबस 2023 मुख्य परीक्षा
मुख्य परीक्षा के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम में 9 पारंपरिक/सैद्धांतिक पेपर शामिल है। हर पेपर का अपना महत्व होता है। यूपीएससी सीएसई 2023 मेन्स परीक्षा 15 सितंबर 2023 को आयोजित की जाएगी और आयोग द्वारा 5 दिनों में आयोजित की जाएगी। UPSC CSE मुख्य परीक्षा का उद्देश्य केवल उम्मीदवारों के ज्ञान और स्मृति का परीक्षण करने के बजाय उम्मीदवारों की समग्र बौद्धिक क्षमताओं और समझ के स्तर का आकलन करना है। मुख्य परीक्षा के लिए यूपीएससी पाठ्यक्रम नीचे विस्तार से वर्णित है।
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यूपीएससी सिलेबस मुख्य भाषा पेपर
इन प्रश्न पत्रों का उद्देश्य गंभीर गद्य को पढ़ने और समझने के साथ-साथ प्रासंगिक भारतीय और अंग्रेजी भाषाओं में स्पष्ट और सटीक तरीके से विचारों को व्यक्त करने के लिए उम्मीदवार की योग्यता का मूल्यांकन करना है। इन पेपरों में प्राप्त अंकों का उपयोग रैंक निर्धारित करने के लिए नहीं किया जाएगा। ये पेपर केवल क्वालिफाइंग नेचर के हैं (प्रत्येक पेपर में न्यूनतम 25% अंक)।
यूपीएससी पाठ्यक्रम मुख्य: भारतीय भाषा
इस UPSC Mains भारतीय भाषा के पेपर में प्रमुख विषयों को शामिल किया गया है जैसे की कॉम्प्रिहेंशन पैसेज, संक्षेपण, सटीक लेखन, शब्द प्रयोग, शब्द भंडार और शब्दावली, लघु निबंध, अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद और भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद।
उम्मीदवार दी गई तालिका से निम्नलिखित में से कोई भी एक भारतीय भाषा चुन सकता है जो की संविधान के आठवीं अनुसूची में सम्मिलित्त हैं।
भाषा | लिपि |
असामिआ | असामिआ |
बंगाली | बंगाली |
गुजराती | गुजराती |
हिंदी | देवनागरी |
कन्नड़ | कन्नड़ |
कश्मीरी | पर्शियन/फ़ारसी |
कोंकणी | देवनागरी |
मलयालम | मलयालम |
मणिपुरी | बंगाली |
मराठी | देवनागरी |
नेपाली | देवनागरी |
उड़िया | उड़िया |
पंजाबी | गुरमुखि |
संस्कृत | देवनागरी |
सिंधि | देवनागरी/अरबी |
तमिल | तमिल |
तेलुगु | तेलुगु |
उर्दू | पर्शियन/फ़ारसी |
बोडो | देवनागरी |
डोगरी | देवनागरी |
मैथिलि | देवनागरी |
संथाली | देवनागरी/ओलचिकी |
नोट: संथाली भाषा का प्रश्न पत्र देवनागरी लिपि में मुद्रित किया जाएगा, हालांकि, उम्मीदवार ओलचिकी या देवनागरी में उत्तर देने के लिए स्वतंत्र हैं। |
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यूपीएससी पाठ्यक्रम मुख्य: अंग्रेजी पेपर
UPSC सिलेबस मेन्स इंग्लिश पेपर: अंग्रेजी का पेपर भी एक क्वालिफाइंग पेपर होता है जिसमें मुख्य रूप से कॉम्प्रिहेंशन पैसेज, संक्षेपण, सटीक लेखन, शब्द प्रयोग, शब्द भंडार और शब्दावली, लघु निबंध शामिल होते हैं।
यूपीएससी मुख्य पाठ्यक्रम निबंध पेपर
उम्मीदवारों से विभिन्न विषयों पर निबंध पूछे जाएंगे और उनसे अपने विचारों को व्यवस्थित करने कीअपेक्षा की जाएगी। निबंध उन पेपरों में से एक है जहां उम्मीदवार बेहतर स्कोर कर सकते हैं और सावधानीपूर्वक अपनी रैंक में सुधार कर सकते हैं। निबंध के पेपर को दो खंडों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक खंड में 4 विषय हैं। निबंध पेपर कुल 250 अंको का होता है जिनमे से प्रत्येक निबंध 125 अंक का होता है।
यूपीएससी मेन्स पाठ्यक्रम सामान्य अध्ययन
पेपर | विवरण |
पेपर 2 – सामान्य अध्ययन I | सामान्य अध्ययन पेपर I में मुख्य रूप से विश्व का इतिहास, भूगोल, समाज, भारतीय विरासत और संस्कृति शामिल हैं। |
पेपर 3 – सामान्य अध्ययन II | सामान्य अध्ययन पेपर II में मुख्य रूप से राजनीति, संविधान, शासन, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध शामिल हैं। |
पेपर 4 – सामान्य अध्ययन III | सामान्य अध्ययन पेपर III में मुख्य रूप से आर्थिक विकास, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन शामिल हैं। |
पेपर 5 – सामान्य अध्ययन IV | सामान्य अध्ययन पेपर IV में मुख्य रूप से नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता शामिल है। |
यूपीएससी पाठ्यक्रम वैकल्पिक विषय
UPSC पाठ्यक्रम वैकल्पिक विषय: पेपर 6 और पेपर 7 वैकल्पिक विषय के पेपर हैं जो अनिवार्य पेपर होते हैं। ये पेपर उन पेपरों में से एक हैं जिनमें उम्मीदवार अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों में ये विषय या तो स्नातक विषय होते हैं या उम्मीदवारों के रुचि क्षेत्र के विषय होते हैं।
प्रत्येक वैकल्पिक विषय का अपना व्यापक पाठ्यक्रम है जिसे उम्मीदवार को वैकल्पिक विषय तय करने से पहले एक बार ध्यान से पढ़ना चाहिए। UPSC मुख्य परीक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ वैकल्पिक विषय तय करने के लिए कई कारक और मानदंड हैं जैसे पाठ्यक्रम, उस विषय के लिए उपलब्ध संसाधन, तैयारी के लिए आवश्यक समय आदि।
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उम्मीदवार नीचे दी गई यूपीएससी के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची में से किसी एक वैकल्पिक विषय का चयन कर सकते हैं।
यूपीएससी 2023 मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषयों की सूची | |
कृषि विज्ञान | विधि/कानून (Law) |
पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान | प्रबंधन |
नृविज्ञान (Anthropology) | गणित |
वनस्पति विज्ञान | मैकेनिकल इंजीनियरिंग |
रसायन विज्ञान | चिकित्सा विज्ञान |
सिविल इंजीनियरिंग | दर्शन शास्त्र |
वाणिज्य शास्त्र और लेखा विधि | भौतिक विज्ञान |
अर्थशास्त्र | राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध (PSIR) |
विद्युत इंजीनियरिंग | मनोविज्ञान |
भूगोल | लोक प्रशासन |
भू-विज्ञान | समाज शास्त्र |
इतिहास | सांख्यिकी |
प्राणि विज्ञान | निम्नलिखित में से किसी एक भाषा का साहित्य : असमिया, बंगाली, हिंदी, बोडो, डोगरी, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू और अंग्रेजी। |
यूपीएससी पाठ्यक्रम साक्षात्कार/व्यक्तित्व परिक्षण
यूपीएससी साक्षात्कार के लिए कोई विशिष्ट पाठ्यक्रम नहीं है, जिसे व्यक्तित्व परीक्षण के रूप में भी जाना जाता है। यह यूपीएससी परीक्षा का अंतिम चरण होता है जो की २75 अंको का होता है। यह चरण मुख्यतः व्यक्ति के तार्किक प्रस्तुति, मानसिक सतर्कता, तर्कों को लेकर स्पष्टता, निर्णय लेने की क्षमता और उसका संतुलन बनाये रखना, आत्मसात करने की महत्वपूर्ण शक्ति, बौद्धिक और नैतिक अखंडता, सामाजिक सामंजस्य और नेतृत्व के लिए योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के टिप्स
किसी भी माध्यम (अंग्रेजी / हिंदी / अन्य भाषाओं) के उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी सीएसई 2023 को पहले प्रयास में उत्तीर्ण करने के लिए, उम्मीदवारों से आग्रह किया जाता है कि वे यूपीएससी पाठ्यक्रम को पूरी लगन से पढ़ें और उसके अनुसार अपनी अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए जरुरी पुस्तकों / संसाधनों को पढ़ें। उम्मीदवारो को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आईएएस पाठ्यक्रम में शामिल सभी विषयों का एक बार अच्छी तरह से विश्लेषण हो जाना चाहिए ताकि अंतिम समय में कोई भी समस्या ना आये। IAS परीक्षा के लिए, आपके द्वारा चुने गए संसाधनों और आपकी तैयारी के दौरान किए गए संशोधनों पर बहुत अधिक निर्भर करता है।
UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए क्या करें और क्या न करें
- सबसे पहले UPSC CSE सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की समीक्षा करें।
- प्रीलिम्स और मेन्स की तैयारी को एकीकृतकर के पढ़ना चाहिए लेकिन दोनों के लिए दृष्टिकोण अलग होगा।
- एनसीईआरटी (NCERT) की किताबें बुनियादी अवधारणाओं के निर्माण के लिए मौलिक किताबें हैं और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के लिए StudyIQ की बुनियादी किताबें जैसे भारतीय भूगोल, भारतीय राजनीति, कला और संस्कृति आदि को भी देख सकते हैं।
- विषयों को बेहतर ढंग से समझने के लिए दैनिक करंट अफेयर्स ऑडियो/वीडियो/प्रिंट सामग्री को अवश्य शामिल करें।
- सुनिश्चित करें कि CSAT में, कम से कम 33% स्कोर आराम से कर लें क्यूंकि बीते वर्षों में UPSC ने CSAT का लेवल थोड़ा बढ़ा दिया है , इसलिए CSAT के लिए विवेकपूर्ण तरीके से तैयारी करें।
- एक समय सारिणी बनाएं और उसका विवेकपूर्ण तरीके से पालन करें और सभी विषयों का अध्ययन करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक प्रश्नोकोपरीक्षा हॉल में आराम से पढ़ें, अन्यथा आप भ्रमित हो सकते हैं और अनावश्यक रूप से गलत उत्तरों को भी चिह्नित कर सकते हैं और जिससे नकारात्मक अंक प्राप्त करेंगे।
- एक सहकर्मी समूह बनाएं जो गुणवत्ता संबंधी चर्चाओं में शामिल हो।
- पिछले साल के प्रश्न पत्रों को नियमित रूप से हल करें और साथ ही साथ मॉक टेस्ट भी समय समय पर देते रहें।
- स्वस्थ आहार और नियमित नींद लेते रखें क्यूंकि UPSC 1-2 दिन की यात्रा नहीं है।
UPSC Syllabus 2023 in Hindi PDF
UPSC अपना पाठ्यक्रम अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यमों में जारी करता है। उम्मीदवार, यूपीएससी सिलेबस पीडीएफ को सीधे आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं या नीचे दिए गए लिंक से सीधे डाउनलोड कर सकते हैं।
Download: UPSC Syllabus PDF in Hindi – Click Here
UPSC Syllabus 2023 in Hindi FAQs
प्र. UPSC CSE के लिए कौन से विषय हैं?
उत्तर: UPSC CSE परीक्षा के मुख्य विषय इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और पारिस्थितिकी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और करंट अफेयर्स हैं।
प्र. क्या UPSC CSE को उत्तीर्ण करना आसान है?
उत्तर: निस्संदेह, UPSC CSE एक कठिन परीक्षा है। इस परीक्षा को पास करने के लिए, उम्मीदवारों को उचित मार्गदर्शन और रणनीति के साथ-साथ उचित योजना, तैयारी और दृढ़ता की आवश्यकता होती है।
प्र. UPSC कितने विषय होते हैं?
उत्तर: UPSC मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर की परीक्षा देनी होती है। 9 पेपर में से 7 पेपर का अंक अंतिम रिजल्ट में जुड़ता है जबकि 2 पेपर क्वालीफाइंग प्रकृति के होते है जो की अंग्रेजी और भारतीय भाषा का पेपर होता है।
प्र. यूपीएससी का सिलेबस क्या है हिंदी में?
उत्तर: यूपीएससीका सिलेबस हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के लिए सामान होता है। इनमे मुख्यतः भारतीय इतिहास और विश्व इतिहास, भारतीय और विश्व भूगोल, सामाजिक, भारत और विश्व का आर्थिक भूगोल। आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे,आदि शामिल हैं।
प्र. UPSC के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?
उत्तर: यूपीएससीकी परीक्षा में बैठने केलिए उम्मीदवारों को किसी भी विषय में स्नातक/ ग्रेजुएट होना आवश्यक है और कम से कम 21 वर्ष की आयु होना आवश्यक है।
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FAQs
Which is shortest syllabus for UPSC? ›
Philosophy has the shortest syllabus out of all of the optional subjects for the UPSC examination which is the reason it is a popular choice amongst UPSC aspirants.
What is Hindi syllabus for UPSC? ›The topics which are included in the UPSC Hindi Literature Syllabus are as follows: History of Hindi language and Nagari Lipi, History of Indian Literature, Katha Sahitya, Jayasi-Padmawat Shyam Sundar Das, Surdas-Bhramar Geet Sar and many more.
Is 7 months enough for UPSC preparation? ›Hi, Yes, Even if you start preparing now – if you adopt the right strategies, do the smart-work , learn what is needed, and don't go behind everything under the Sun – yes, you can clear UPSC CSE Prelims with just 6 months of preparation.
Is Hindi grammar important for UPSC? ›No, Hindi Language is not compulsory for UPSC Mains unless you choose it as the compulsory paper in UPSC Mains.
Is studying 5 hours a day enough for UPSC? ›1) An aspirant may not be able to concentrate fully for the entire 5 hours; hence there will be gaps, 2) An aspirant has to study GS, optional, current affairs, etc., every day, and to divide the 5 hours, may not be effective. Hence, an aspirant should try to put at least 7-8 hours every day and gradually increase it.
Is studying 6 hours a day enough for UPSC? ›The UPSC civil services exam is considered one of the toughest exams in the country. And, because of this, a lot of people recommend studying for about 15 hours per day during the IAS exam preparation time.